लेकिन अभी तक इनमें से कोई भी आधिकारिक रूप से घोषित राष्ट्रीय खेल नहीं है। लेकिन अभी तक इनमें से कोई भी आधिकारिक रूप से घोषित राष्ट्रीय खेल नहीं है।
इस समय सकारात्म रहने की जरूरत है ना कि दूसरो की आलोचना करने की। इस समय सकारात्म रहने की जरूरत है ना कि दूसरो की आलोचना करने की।
मैं और मेरे खेल के शौक का। अब ये साथ ज़िन्दगी भर न छूटे। ज़िन्दगी छूटे, तब ही छूटे। सच ही कहा है किसी ... मैं और मेरे खेल के शौक का। अब ये साथ ज़िन्दगी भर न छूटे। ज़िन्दगी छूटे, तब ही छूटे...
वाला सफ़ेद झंडा लेकर चलती रहती है, क्या कहते है आप ? वाला सफ़ेद झंडा लेकर चलती रहती है, क्या कहते है आप ?
रात में उस में खच्चर बांधी जाती, दिन मे हम लोग पढ़ते थे रात में उस में खच्चर बांधी जाती, दिन मे हम लोग पढ़ते थे
उन दोनों ने अपने जान पे खेल के सिलेण्डर को बुझाया उन दोनों ने अपने जान पे खेल के सिलेण्डर को बुझाया